आदिकालीन हिंदी साहित्य का संक्षिप्त परिचय दें
हिंदी साहित्य का इतिहास लिखने वाले विद्वानों ने अपने-अपने ढंग से काल विभाजन किया है। आचार्य रामचंद्र शुक्ल का काल विभाजन लोगों ने अधिक उपयुक्त माना है। वीरगाथा काल का समय संवत् 1050 से 1375 तक मानी जाती है || विभिन्न साहित्यकारों ने आदिकाल को विभिन्न नाम से उद्धृत है जो निम्नलिखित है
हिन्दी साहित्य का प्रारंभिक काल का नामकरण:-
1) चारण काल :- गिग्रसन
2) वीरगाथाकाल काल :- आचार्य रामचंद्र शुक्ल
3) आदिकालः- हजारी प्रसाद द्विवेदी
4) सीद्ध सामंत काल :- राहुल सांकृत्यायन
5) संधिकाल - राजकुमार वर्मा
आदिकालीन हिंदी साहित्य में विभिन्न कवियों ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया जिनकी कृतियां निम्नलिखित है
आदिकालीन प्रमुख कवि एवं उनकी रचनाओं निम्नलिखित हैं
1) चंद्रबरदाई - पृथ्वीराज रासो
2) दलपति विजय - खुमाण रासो
3) जगनिक - परमाल रासो
4) नरपति नाल्हे - विसलदेव रासो
5) नल्ह सिंह - विजय पाल रासो
हिन्दी साहित्य के आरम्भिक समय को वीरगाथाकाल के नाम से जाना जाता है। इस कालखण्ड में राजाओं की प्रसंशा, उनके वीरता का वर्णन, श्रृंगारिकता, और भक्ति आदि प्रधान विषय थें। किन्तु किसी एक पर यह कालखण्ड आश्रित नहीं होता है इस कारण इसे आदिकाल कहा जाता है। आदिकाल के नामकरण है के दर्भ में विद्वानों के मत में भिन्त्रता पायी जाती ||


1 Comments
(1)Sir hindi me aapke 2024 -28 wale 2 playlist hai model set ke , toh hame dono padhna h kya .
ReplyDelete(2)Aur mai sare subjects me aapke hi 5 model set kar lunga toh mai full marks score kar sakta hu na .
(3) Sir YouTube pe bahut jagah bola jata hai ki long answer ke liye itna page likho shirt ke liye itna likho toh kya hame sach me jyada page likhna hota hai please clear kar dijiye video bana ke